1 फिन यीशु कनौत में उन से बातें करन लगो: कि कोऊ मान्स ने दाख की बारी लगाई, और ऊके चारऊं कोद बाड़ौ बांधो, और रस कौ कुण्ड खोदो, और गुम्मट बनाओ; और किसानन हां ऊ को ठेका देके परदेस चलो गओ।
एक और कनौत सुनो: एक मालक हतो, जीने दाख की बगिया लगाई; और ऊके चारऊं कोद बारी लगाई; ऊने ऊके भीतरै एक रसकुण्ड बनाओ; और एक मचान बनाओ; और ऊहां मजूरन हां ठेका पे दैके अन्त गांव चलो गओ।
जा ऊ मान्स कैसी दसा आय, जौन परदेस जाबे की बेरा अपनौ घर छोड़ जाबै, और अपने सेवकन हां हक्क दे देबे; और हर एक हां ऊकौ काम सौंप देबे, और पहरेदार हां जागत रैबे कौ हुकम देबे।
यीशु ने उन से कओ; तुम हां परमेसुर के राज की छिपी लुकी बातन हां समजबे की समज दई गई आय, पर और दूसरन हां कनौत में सुनाओ जात आय, ई लाने कि बे तकत भए भी न तकें, और सुनत भए सोई न समजें।
जौ ओई आय, जीने हार में मण्डली के मजारें ऊ सरगदूत के संग्गै सीनै पहरवा पे ऊसे बातें करीं, और हमाए बाप दादों के संग्गै हतो: ओई हां जीयत बचन मिले, कि हम लौ पोंचाए।