27 यीशु अपने चेलन कै संग्गै फिन यरूशलेम नगर आओ, और जब ऊ मन्दर में टहल रओ हतो तो बड़े पुजारी, शास्त्री और पुराने तौर तरीका वाले ऊके ऐंगर आके पूंछन लगे।
कि तें जे काम कौन हक्क से करत आय? और जौ हक्क तोहां कीने दओ कि तें जे काम करै?
दो दिना बाद फसह और अखमीरी रोटी कौ त्योहार होबे वालो हतो: और बड़े पुजारी और धरम पंडित ई बात की तलाश में हते, कि ऊहां काय न छल से पकड़ के मार डालें।
और यीशु मन्दर में सुलैमान के औसारे में घूम रओ हतो।
यीशु ने ऊसे कई, मैंने संसार में खुल के बातें करीं आंय; मैंने सदा प्रार्थनाघरन और मन्दर में जिते सब यहूदी जमा होत हते सीख दई आय, और मैंने लुक के कछु भी नईं कई।