25 और जब कभऊं तुम ठांड़े होकें प्रार्थना करत आव, तो अगर तुमाए मन में कोऊ की तरफ से कछु बिरोध होबै, तो क्षमा करो: ईसे कि तुमाओ सरगवालो बाप भी तुमाए अपराधन हां क्षमा कर है।
जब तें बिन्तवाई करे, तो कपटियों जैसो न बन कायसे मान्सन हां दिखाबे के लाने सभाघरन और गैलों के मोड़ पे ठांड़े होकें बिन्तवाई करबो उन हां उमदा लगत आय; मैं तुम से सांची कैत आंव, कि बे अपनो फल पा चुके।
फरीसी ठांड़ो होकें अपने हिये में जौ बिन्तवाई करन लगो, कि हे परमेसुर मैं तोरो धन्नवाद करत आंव, कि मैं और मान्सन घांई अन्धेर करबेवारो, अन्यायी और परत्रिया भोगी नईंयां, और न ई चुंगी लेबेवारे के घांई आंव।