13 यीशु दूर से एक हरौ अंजीर कौ पेड़ तक के फल की आसा में ऐंगर गओ, पै पत्तन हां छोड़ कछु न पाओ; कायसे कि फल कौ समय न हतो।
और गैल के मजारें एक अंजीर कौ पेड़ देख के ऊके ऐंगर गओ, पर पत्तन हां छोड़के कछु नईं मिलो तब ऊने कई, अब से तोमें कभऊं फल नईं लगें; अंजीर कौ पेड़ ओई घड़ी सूख गओ?
दूसरे दिना जब यीशु और ऊके चेला बैतनिय्याह गांव से निकले तो ऊहां भूख लगी।
ईपै यीशु ने ऊ पेड़ से कओ, अबईं से कोऊ तोरो फल कभऊं न खाए। ऊके चेला जे बात सुन रए हते।
और ऐसो भओ, कि ओई गैल से एक धरम पण्डत जा रओ हतो: पर ऊहां तक के कतरा के चलो गओ।