हे कपटी शास्त्रियो और फरीसियो तुम पे श्राप! कायसे तुम मान्सन के विरोध में सरग के राज्य कौ द्वार बन्द कर देत आव, तुम न तो खुद जात आव और न जाबे वारन हां भीतर जान देत आव।
फिन यीशु उतै से उठके यहूदिया के सिवानों में और यरदन नदिया के पार आओ, और भीड़ ऊके ऐंगर फिन से जमा हो गई, और ऊ अपनी रीत के हिसाब से, उन हां फिन के उपदेस दैन लगो।