45 लेकिन ऊ बाहर जाके ई बात हां भौत परचार करन लगो, और इते तक फैलान लगो कि यीशु फिन खुलासां नगर में ना जा पाओ, लेकिन बाहरी जंगली जांगा में रओ; और चारऊं कोद से लोग ऊके ऐंगर आत रए।
उन ने रुपईया लैके जैसो बताओ गओ हतो, वैसई करो; और जे बात यहूदियन में दूर दूर लौ फैल गई, और अबै लौ प्रचलित आय।
जा खबर ऊ सारे परगना में फैल गई।
पर उन ने जाके सारे परगना में ऊकी चरचा करी।
ऊ फिन निकल के झील के किनारे गओ, और पूरी भीड़ ऊके ऐंगर पोंची, और ऊ उने उपदेस देन लगो।
और ऊ घर में आओ: और इतनी भीड़ इकट्ठी भई, कि बे रोटी तक न खा पाए।
और यीशु अपने चेलन के संग्गै झील कोदाईं चलो गओ: और गलील से एक बड़ी भीड़ ऊके पांछू हो लई।
तब ऊ ने उने चिताओ कि कोऊ से न कहियो; लेकिन जितनौ ऊ ने उने चिताओ उतनईं बे और परचार करन लगे।
और एक बड़ी भीड़ ऊके पाछें निंग रई हती, कायसे बे उन अचरज के कामन हां हेरत हते जिन हां बो बीमारन पे करत हतो।
कायसे बिलात जनें बिरोध करत आंय, लबरा और धोका देत आंय; जे बे आंय जिनको खतना हो गओ आय।