43 तब ऊ ने ऊहां चिता के तुरतईं विदा करो।
और उन की आंखें खुल गईं और यीशु ने उन हां कड़ी चितावनी दैके उन से कई; हेरो जौ कोऊहां न बतईयो।
और तुरतईं ऊ को कोढ़ जात रओ, और ऊ साजौ हो गओ।
और ऊसे कओ, देख, कोऊ से कछु न कईये, लेकिन जाके अपने आप हां पुजारी हां दिखा, और अपने साजे होबे के बारे में जो कछु मूसा ने ठैराओ ऊहां भेंट चढ़ा, कि उन पै गवाही होबे।
और ऊ ने उन हां भौत चिताओ, कि मोरी असलियत न बताईयो।
फिन ऊ ने उनहां चिता के आज्ञा दई, कि जा बात कोऊ जान न पाबै और कओ; कि ऊहां कछु खाबे के लाने दओ जाए।
तब ऊ ने उने चिताओ कि कोऊ से न कहियो; लेकिन जितनौ ऊ ने उने चिताओ उतनईं बे और परचार करन लगे।
ऊके मताई-बाप चकित भए, परन्त यीशु ने उन हां चिता के कओ, जौन कछु जौ भओ आय, कोऊ से न कईयो।