38 ऊने उनसे कओ, आओ; हम और कऊं अगल बगल की बस्तियन में जाएं, कि मैं उते भी परचार करों, कायसे मैं ऐई हां निकलो आंव।
जब ऊ मिलो, सो ऊसे कओ; सब लोग तोहां ढूंढ़ रए आंय।
सो ऊ पूरे गलील में उनकी सभाओं में जा जा के परचार करत रओ और बुरई आत्मन हां निकालत रओ।
ऊ ने उन से कई; तुम मोय काय ढूंढ़त हते? का न जानत हते, कि मोय अपने बाप के घर में होबो जरूरी आय।
परन्त ऊ ने उन से कओ; मोय और नगरन में सोई परमेसुर के राज कौ भलो सन्देसो सुनाबो जरूरी आय, कायसे मैं ऐई लाने पठैओ गओ आंव।
मैं बाप में से कड़के संसार में आओ आंव, मैं फिन संसार हां छोड़के बाप के ऐंगर जा रओ आंव।
जौन काज तेंने मोय करबे हां दओ हतो, ऊहां पूरो करके मैंने धरती पे तोरी महिमा करी आय।
कायसे जो बातें तेंने मोय दईं, मैंने उन हां कै दओ आय, और उन ने उन बोलन हां मान लओ और सही में जान लओ आय, कि मैं तोसें कड़ो आंव, और उन ने भरोसा करो आय कि तेंने ही मोय पठैव आय।
जरूरी आय कि जीने मोय पठैव आय, ऊके काज हम दिनई दिन में करें, बा रात आबेवाली आय, जीमें कोऊ काज नईं कर सकत।