यीशु सबरे गलील में निंगत भओ उन के सभाघरन में सन्देस देत और राज्य कौ सन्देसो सुनाउत, और लोगन की हर एक बीमारियन हां और हर तरहां की कमजोरियन हां दूर करत रहो।
फिन यीशु उतै से उठके यहूदिया के सिवानों में और यरदन नदिया के पार आओ, और भीड़ ऊके ऐंगर फिन से जमा हो गई, और ऊ अपनी रीत के हिसाब से, उन हां फिन के उपदेस दैन लगो।
विश्राम के दिना ऊ प्रार्थनाघर में उपदेस करन लगो; और भौत से लोग सुनके अचम्भे में पड़ गए और कहन लगे, ईहां जे बातें कहां से आ गईं? और जौ कौन सौ ज्ञान आय जो ऊहां दओ गओ आय? और कैसे सामर्थ के काम ईके हाथन से दिखात आंय?
यीशु ने उन से कओ; तुम मोय पे जा कहो भओ जरूर कै हौ, कि हे वैद्य, पेंला अपने आप हां साजो कर! जौन कछु हम ने सुनो आय कि कफरनहूम में करो गओ आए, ऊ ए अपने देस में सोई कर।