5 धन्न आंय बे, जौन नरम हैं, कायसे बे धरती के अधकारी हुईंये।
मोरो जुआ अपने ऊपरै उठा लेओ; और मोय से सीखो; कायसे मैं मन में दीन आंव: और तुम अपने मन में मुक्ति पा हौ।
कि सिय्योन की बिटिया से कहो, तको, तोरो राजा तोरे ऐंगर आत आय; बो दीन आय और गधे पे बैठो आय; यानि लादू के बच्चे पे।
कायसे जौ कौल करार कि बो संसार कौ अधकारी हुईये, न तो इब्राहीम हां, न ऊके वंस हां दई गई हती, पर बिसवास की धार्मिकता के द्वारा मिली हती।
दया, भलो करबो, बिसवास, नम्रता और कायदे से रैबो आय; ऐसे कामन से उलटो कोऊ नैम नईंयां।
मानो नरम होकें धीरत और प्रेम से, एक दूजे की बात सै लेओ।
परमेसुर ने तुम से प्रेम करो और तुम हां पवित्तर करके अपने लोगन में जोड़ लओ आय, सो तुम दया करबेवारे, दीन, और भलो करबेवारे और धीरज धरबेवारे बनो।
पर हे परमेसुर के जन, तें इन बातन से भाग; और धरम, भक्ति, बिसवास, प्रेम, धीरज और नम्रता कौ पीछा कर।
जौन जनें बिरोध करें उन हां धीरज से समझा दो, का पता कि परमेसुर उनको मन बदल देबे, कि बे सोई इन सांची बातन हां मानें।
कोई की बुराई न करो; और झनझट न करो; परन्त सूदे रओ और सबरे मान्सन के संग्गै नरमाई से चलो।
ई लाने सबरी गन्दगी और सबरी दुष्टता दूर कर के, ऊ बचन हां दीनता से अपना लेओ, जौन हिये में बोओ गओ और जौन तुमाए प्रानन कौ तारन कर सकत आय।
तुम में बुद्धमान और समजवारो को आय? जौन ऐसो होय बो साजे चलन से अपने कामन हां ऊ दीनता संग्गै दिखाबें जौन समज से होत आय।
पर मसीह हां पिरभु जान के अपने अपने मन में पवित्तर समजो, और जौन कोई तुम से तुमाई आसा के बारे में कछु पूंछे, तो ऊ ए जवाब देबे के लाने हमेसा तईयार रओ, पर नरमता और डर के संग्गै।
पर तुमाओ लुको भओ और गुप्त मनुष्यत्व, नरमता और हिये की दीनता की न मिटबेवारी सजावट से सजो रैबे, कायसे परमेसुर के लेखे में ईकौ बड़ो मोल आय।