32 पर मैं तुम से जौ कहत आंव कि जौन कोनऊं ब्याभिचार के कारन अपनी घरवारी हां छोड़ छुट्टी देत आय, तो बो ऊसे ब्याभिचार करात आय; और जो कोऊ छोड़ छुट्टी वारी से ब्याव करत आय, बो सोऊ ब्याभिचार करत आय।
जौन कोऊ अपनी ब्यावता हां छोड़ के दूजी से ब्याओ करत आय, बो पर त्रिया भोग कौ पाप करत आय, और जौन कोऊ ऐसी छोड़ छुट्टीवारी से ब्याओ करत आय, ऊ सोई पर त्रिया भोग कौ पाप करत आय।
ई लाने जदि बा अपने मन्सेलू के जीयत भए कौनऊं और मन्सेलू से सम्बन्ध राखै, तो बा पतिता कहा है, पर जदि मन्सेलू मर जाबै, तो बा ऊ न्याव की नेम व्यवस्था से छूट गई, इते लौ कि बा कोनऊं और मन्सेलू से ब्याव करै तो पतिता न कहा है।