18 मिटाबे नईं, परन्त पूरो करबे आओ हों; कायसे मैं तुम से सांची कहत हों, कि जब लौ आकास और धरती टर न जाएं, तौ लौ व्यवस्था में से एकऊ चिन्न नईं टल है, जब लौ की सबई कछु पूरो न हो जाबै।
मैं तुम से सांची कहत आंव, कि नारियन में से जन्म लेबेवारन में, यूहन्ना बपतिस्मा देबेवारे से बड़ो कोऊ भी नईं भओ; फिन भी जौन सरग के राज्य मैं हल्के से हल्को आय बो ऊसे बड़ो आय।
कायसे मैं तुम से सांची कहत आंव, कि बिलात आगमवकतन और धर्मियन ने चाहो कि जौन बातें तुम हेरत आव, ऊहां हेरें, पर न हेरीं; और जौन बातें तुम सुनत आव, सुनो, पर न सुनीं।
मैं तुम से सांची कहत आंव, कि जो इते ठांड़े आंय, उन में से कितेक ऐसे आंय; कि जब लौ मान्स के पूत हां ऊके राज्य में आत भए न हेर लै हैं, तब लौ मृत्यु कौ सुवाद कभऊं न चीख हैं।
ऊने उन से कई, अपने भरोसे की कमी से: कायसे मैं तुम से सांची कहत आंव, अगर तुमाओ भरोसा राई के दाने के बरोबर भी होबै, तो ई पहरवा से कै हौ, कि इते से हटके उते चलो जा, तो बो चलो जै है; और कोई बात तुमाए लाने अनहोनी न हुईये।
यीशु ने उन से कई, मैं तुम से सांची कहत आंव, कि नई रचना से जब मान्स कौ पूत अपनी मईमा के सिंहासन पर बैठ है, तो तुम भी जो मोरे पाछें हो लए आव, बारह सिंहासनों पे बैठ के इस्राएल के बारह गोत्रन कौ न्याव कर हौ।
यीशु ने उन से कई, कि मैं तुम से सांची कहत आंव; कि अगर तुम भरोसा राखौ और शंका न करो; तो न केवल जौ कर हौ, जौन ई अंजीर के पेड़ के संग्गै करो गओ आय; वरन् ई पहरवा से कै हौ, कि उखड़ जा; और समुन्दर में चलो जा, तो जौ भी हो जै है।
इन दोई में से कीने बाप की मन की पूरी करी? उन ने कई, पेंला ने: यीशु ने उन से कई, मैं तुम से सांची कहत आंव, कि तुम से पेंला चुंगी लेबेवाले और बेड़नी परमेसुर के राज्य में जै हैं।
जब तुम उपास करौ, तो कपटियन घांई तुमाए मों पे उदासी नईं दिखै, कायसे बे अपनो मों बनाए रहत आंय, जीसे मान्स उन हां उपासो जानें; मैं तुम से सांची कहत आंव, कि बे अपनो फल पा चुके।
ई लाने जब तें दान पुन्न करे, तो अपने आंगू बाजे न बजवा, जैसो कपटी सभाओं और गैलों में करत आंय, जीसे लोगबाग उन की बड़वाई करें, मैं तुम से सांची सांची कैत आंव, कि बे अपनो फल पा चुके आंय।
यीशु ने कओ, मैं तुमसे सांची कैत आंव, कि एैसो कोऊ नईंयां, जीने मोरे और भले संदेसे के लाने घर या भईयन हां या बहनन हां या महतारी-बाप हां या बाल-बच्चन हां या खेतन हां छोड़ दओ होबै।
मैं तुम से सांची कैत आंव, कि जो कोऊ ई पहरवा से कैबे; कि तें उखड़ जा, और समुन्दर में गिर पड़, और अपने मन में संका न करै, बल्कि आभास करै, कि जो कछु कैत आंव ऊ हो जै है, तो ऊके लाने ओई हुईये।
और ऊ ने उन से कओ; मैं तुम से सांची कैत आंव, कि जौन इतै ठांड़े आंय, उन में से कैऊ ऐसे आंय, कि जब लौ परमेसुर के राज्य हां ताकत के संग्गै आओ भओ न तक लें, तौ लौ मौत को स्वाद बिल्कुल न चख हैं।
धन्न आंय बे चाकर, जिन हां उन कौ मालक आके जागत पाबे; मैं तुम से सांसी कैत आंव, कि बो कमर बान्ध के उन हां भोजन कराबे हां बैठा है, और ऐंगर आन के उन की सेवा कर है।
हेरो, तुमाओ घर तुमाए लाने उजाड़ छोड़ो जात आय, और मैं तुम से कैत आंव, जब तग तुम न कै हौ, कि धन्न आय बो, जौन पिरभु के नाओं से आत आय, तब लौ तुम मोय फिन कभऊं न तक हौ।
यीशु ने उन से कओ; मैं तुम से सांसी कैत आंव, कि ऐसो कोऊ नईंयां जीने परमेसुर के राज के लाने घर या अपनी ब्यावता या भाईयों या मताई बाप या लड़का बच्चन हां छोड़ दओ होय।
मैं तुम से सांची सांची कहत आंव, कि जौन मोय में भरोसा करत आय, बे काज जौन मैं करत आंव बो भी कर है, और ईसे भी बड़े काज कर है, कायसे मैं बाप के ऐंगर जात आंव।
मैं तोसे सांची सांची कहत आंव, जब तें जुआन हतो, तो अपनी करयाई बांध के जिते चाहत हतो, उते फिरत हतो; पर जब तें बूढ़ो हुईये, तो अपने हाथ लम्बे कर है, और कोऊ दूसरो तोरी करयाई बांध है और जिते तें नईं चाहे उते तोय ले जै है।
ई लाने यीशु ने उन से कई, मैं तुम से सांची सांची कैत हों, कि पूत खुद कछु नईं कर सकत, केवल ओई जौन बो बाप हां करत हेरत आय, कायसे जौन कछु बाप करत आय, उनई कामन हां पूत भी ओई रीत से करत आय।