काटबे की बेरा लौ दोई हां संग्गै बढ़न देओ, और काटबे की बेरा मैं काटबेवारन से कै हों; पेंला जंगली घांस काड़ के बारबे के लाने ऊके गट्ठा बांध लेओ, और गेंहूं हां मोरे खलिहान में इकट्ठो करो।
तब यूहन्ना ने उन सबरन से कओ: मैं तो तुम हां पानू से बपतिस्मा देत आंव, परन्त बो आबेवारो आय, जौन मोय से बली आय; मैं तो ई जोग नईंयां, कि ऊके जूतन के फीता खोल सकों, बो तुम हां पवित्तर आत्मा और आग से बपतिस्मा दै है।
ऊ को सूपा ऊके हांथ में आय; और बो अपनो खलिहान अच्छी भांत साफ कर है; बो गेंहूं हां तो अपने खत्ते में जमा कर है, पर भूसा हां ऊ आग में डाल है जौन बुझबे की नईंयां।