मैं तुम से सांची कहत आंव, कि जो इते ठांड़े आंय, उन में से कितेक ऐसे आंय; कि जब लौ मान्स के पूत हां ऊके राज्य में आत भए न हेर लै हैं, तब लौ मृत्यु कौ सुवाद कभऊं न चीख हैं।
तब मान्स के पूत की चिन्हार आकास में दिखाई दै है, और धरती की सब जातन के लोग छाती पीट हैं; और लोगबाग मान्स के पूत हां बड़े ठाठ बाट और बल के संग्गै आकास के बादरन पे आत हेर हैं।