8 पर कछु बीज उमदा धरती में गिरे, और फल लाए, कोऊ सौ गुनो, कोऊ साठ गुनो, और कोऊ तीस गुनो।
फिन इसहाक ने ऊ देस में धरती जोती-बोई, और ओई साल में सौ गुना फल पाओ; कायसे यहोवा परमेसुर ने ऊहों आसीस दई,
जौन उमदा धरती मैं बोओ गओ, बो जौ आय, जौन बचन हां सुनके समझत आय, और फल लात आय, कोऊ सौ गुनो, कोऊ साठ गुनो, और कोऊ तीस गुनो।
और कछु बीज जरियन में गिरो, और जरियन ने बढ़के उन हां दबा लओ।
और जौन साजी धरती में बोए गए, जे बे आएं, जो बचन सुनके अपना लेत और फल लिआत आंय, कौनऊं तीस गुनौ, कोनऊं साठ गुनौ, और कौनऊं सौ गुनौ।
लेकिन कछु साजी जमीन पै गिरो, और ऊ जमो, और बड़ौ होकें फलो फूलो, और कौनऊं तीस गुनौ, कौनऊं साठ गुनौ और कौनऊं सौ गुनौ फल लाओ।
पर साजे खेत के बे आंय, जौन बचन सुनके भले और अच्छे हिये में संभालें रैत आंय, और धीरज से फल लात आंय।
कछु सई खेत में गिरो, और जमो और जम के सौ गुना फल लाओ: जौ कै कें, ऊ ने जोर से टेर के कओ; जी के सुनबे हां कान होबें बे सुन लेबें।
मोरे बाप की बड़ाई ऐई से होत आय, कि तुम बिलात फल लाओ, तब तुम मोरे चेले कहा हौ।
कायसे मैं जानत आंव, कि मोय में जाने के मोरी देयां में कोनऊं साजी बस्त बास नईं करत, मैं चाहत तो आंव, पर भले काम मोसे नईं बन पड़त।
और उन बातन से जौन यीशु मसीह पै ध्यान धरे से मिलत आय, परमेसुर के नाओं के जस से बढ़त जाओ।