12 जब संजा होन लगी, तो प्रेरितन ने आके यीशु से कओ, भीड़ हां विदा कर, कि चारऊं कोद के गांव और बसतियन में टिकें, और भोजन कौ जतन करें, कायसे हम इते वीरान जांगा में आंय।
यीशु ने अपने चेलन हां ऐंगर टेर के कई, मोय भीड़ पे तरस आत आय; कायसे जे लोग तीन दिना से मोरे संग्गै आंय और इन के ऐंगर खैबे हां कछु नईंयां; और मैं उन हां भूखो नईं पठैबो चाहत; कहूं ऐसो न होय कि बे गैल में थक के रह जाबें।
पर झुण्ड के मान्सन हां पता पड़ गओ और बे औरें यीशु के पांछू चल पड़े: यीशु बड़ी खुसी से उन से मिलो, और परमेसुर के राज की बातें करन लगो: और रूगिया जौन साजे होबो चाहत हते, उन हां साजो करो।
यीशु ने उन से कओ, तुमई इन हां खैबे हां देओ, उन ने कओ, हमाए लौ पांच रोटि और दो मछरियां हां छोड़ कछु नईंयां, पर हओ, जदि हम इन सब के लाने खैबे हां मोल लें, तो हो सकत आय: बे औरें पांच हजार मान्सन के लगभग हते।