8 मैं सरकारी नौकर आंव; और सिपाई मोरे वस में आंय, मैं एक से कैत आंव, जा, तो ऊ जात आय; और दूजे से कैत आंव, आ, तो बो आत आय; और मैं अपने चाकर से कै त आंव जौ कर, तो बो ऊ करत आय।
फिन भी मोरे ऐंगर ईके बारे में अपने महाराज हां लिखबे के लाने कोई सही बात नईंयां, ई लाने मैं ऊहां तुम सब के आंगू खास के हे राजा अग्रिप्पा तोरे आंगू लाओ आंव, की जांच खतम होबे पे मोय कछु लिखबे हां मिल जाबै।
हे चाकरो, अपने मालिक की बात मानो और सबरी बातन में उन हां खुस राखो, और ऐसो न करो कि जब बे तकत होबें तो दिखाबे हां तुम से डरके करें, पूरो मन लगाके काम करो।