12 जब बो नगर के दरवाजा लौ पोंचो, तो ऊ ने तको, कि मान्स एक मरे भए हां बायरें लए जा रए हते; बो अपनी मताई कौ एकलौतो पूत हतो, और बा बिधवा हती: और नगर के बिलात मान्स ऊके संग्गै हते।
ऊने कई, “ऊ मोंड़ा पै हाथ नें बढ़ा, और नें ऊहों कछु कर; कायसे तेंने जो मोए सें अपने मोंड़ा, बल्कि अपने एकलौते मोंड़ा हों भी नईं रख छोड़ो; ईसें मैं अब जान गओ कि तें यहोवा परमेसुर कौ डर मानत आय।”
यहोवा परमेसुर ने कई, “अपने मोंड़ा हों मतलब अपने एकलौते मोंड़ा इसहाक हों जीसें तें प्रेम रखत आय, संगै लैकें मोरिय्याह देस में चलो जा; और उतै ऊहों एक पहड़वा के ऊपर मैं जो तोहों बताहों होमबलि करके चढ़ा।”
तब पतरस उठके उन के संग्गै हो लओ, और जब ऊ पोंचो, तो बे ऊहां ऊ अटारी पे ले गए; सबरी बिधवाएं रोत भईं ऊके ऐंगर आ ठांड़ी भईं: और जौन कुरता और उन्ना दोरकास ने उन के संग्गै रैत भए बनाए हते, दिखान लगीं।
हमाए पिता परमेसुर के लेखे में सुद्ध और साफ भक्ति जा आय, कि हम अनाथों और बिधवाओं की दुख पीड़ा में उन की सुध लेबें, और अपने आप हां संसार की बातन से दूर राखें।