“हे मोरे मोंड़ा सुलैमान! तें अपने बाप के यहोवा परमेसुर कौ ध्यान रख, और खरे हिया और खुसी सें ऊकी सेवा करत रै; कायसे यहोवा परमेसुर हिया हों जांचत और बिचार में जो कछु पैदा होत आय ऊहों समझत आय। जदि तें ऊकी खोज में रए, तौ ऊ तोहों मिलहै; परन्त तें ऊहों छोड़ दैहै तौ ऊ हमेसा के लाने तोहों छोड़ दैहै।
हे हमाए यहोवा परमेसुर! मैं जानत आंव कि तें हिया हों जांचत आय और सिधाई सें खुस रैत आय; मैंने तौ सब कछु हिया की सिधाई और अपनी मरजी सें दओ आय; और अब मैंने खुसी सें देखो आय कि तोरी परजा के मान्स जौन इतै हाजर आंय, बे तोहों अपने हिया सें भेंट देत आंय।
यीशु ने पतरस से तीसरी बेर कई, हे शमौन यूहन्ना के पूत, का तें मोय से प्यार करत आय? पतरस उदास भओ, कायसे यीशु ने तीसरी बेर ऐसी कई; कि का तें मोसे प्यार करत आय? और पतरस ने कई, हे प्रभु, तें सब कछु जानत आय, कि मैं तोसे प्यार करत आंव: यीशु ने ऊसे कई, तें मोरी गाड़रन चरा।
मैं अपने प्राण हां कोऊ भी तरहां अपने लाने प्यारो नईं समझत आंव, अगर समझत आंव, तो केवल ई लाने की में जीवन हां और ऊ काज हां, जौन मोय प्रभु यीशु मसीह से मिली आय, पूरी करों, यानि मैं परमेसुर के आसीस के सन्देसे की चित्त लगा के गवाही देओं।
इन बातन हां राजा खुद जानत आय, जीके आंगू मैं बिना हिचक के बोल रओ आंव, मोय पूरो भरोसा आय, की इन में से कोई बात नईंयां, जौन उन से छुपी होबै, कायसे जा बात कोऊ कोने में नईं भई।
जौन ऊ की बातें मानत आय उन हां सोई मार हों, कि मण्डली के जनें जौ जान लें हैं कि मान्सन के मन की बात मोहां पता आय। मैं तुम सब के करमन कौ बदला तुम हां दैहों।