29 जौन तोरे एक गाल पे चांटा मारे, ऊ कुदाऊं दूसरो सोई फेर दे; और जौन तोरो कोट छीन ले, ऊहां कुरता लेबे से सोई न रोक।
तब उन ने ऊके मों पे थूंको, और ऊहां घूसों से मारो, और कछु ने थप्पड़ मारके कई।
और ऊ की आंखें मूंद के ऊसे पूंछो, आगमवानी कर के बता कि तोय की ने मारो?
जौन कोई तोसे मांगे, ऊहां दे; और जौन तोरी बस्त छीन लेबे, ऊसे वापस न मांग।
जब ऊ ने जा कई, तो ऐंगर ठांड़े सिपाहियन में से एक ने जा कहत भय, ऊहां ठूंसा मारो, तें महापुरोहित से ऐंसो बोलत आय?
तब हनन्याह महापुरोहित ने ऐंगर ठांड़े लोगन हां ऊके मों पे चांटा मारबे कौ हुकम दओ।
हम अबै लौ भूखे प्यासे और उधाड़े आंय, घूंसा खात आंय और भैराने से फिरत आंय; अपने ई हाथन से काम करके मैनत करत आंय।
तुम में सांचऊ बड़ो दोस जौ आय, कि आपस में कोर्ट कचारी में लड़त आव; तुम अन्याय काए नईं सहत? अपनो नुकसान काए नईं सहत?
कायसे जब तुम हां कोऊ दास बना लेत आय, या खा जात आय, या फंसा लेत आय, या अपने हां बड़ो कैत आय, या तुमाए मों पे थप्पड़ मारत आय, तो तुम सह जात आव।
जौन जनें जेहल में डाले गए उन पै तुम ने दया करी, और जब मान्सन ने तुमाई चीज बस्तें ले लईं; तब तुम चिमाने रए, कायसे तुम हां पता हतो कि तुमें ईसे बढ़िया और हमेसा बनी रैबैवारी बस्तें मिल हैं।