36 ई पे सब हां अचम्भा भओ, और बे आपस में बतयान लगे और कैन लगे, जौ कैसो बचन आय? कि बो अधकार और बल सक्ति से बुरई आत्माओं हां हुकम देत आए, और बे कड़ जात आंय।
ईपे सब जनें अचम्भा करत भए आपस में बतकाव करन लगे कि जा का बात आय? जौ तो कोनऊं नओ उपदेस आए! ऊ अधिकार के संग्गै अशुद्ध आत्मन हां भी आज्ञा देत आय, और बे ऊ की आज्ञा मानत आंय।