32 बे औरें यीशु के बचन परचार से चकित हो गए, कायसे ऊकौ बचन अधकार संग्गै हतो।
और लोग ऊके उपदेस से चकित भए; कायसे ऊ उन हां शास्त्रियन कैसो नईं वरन् अधकारी कैसो उपदेस देत हतो।
और जितेक जने ऊ की सुन रए हते, बे सबरे ऊ की समज और ऊके जवाबों से चकित हते।
मन्दर में एक मान्स हतो, जी में भूत आत्मा हती।
ई पे सब हां अचम्भा भओ, और बे आपस में बतयान लगे और कैन लगे, जौ कैसो बचन आय? कि बो अधकार और बल सक्ति से बुरई आत्माओं हां हुकम देत आए, और बे कड़ जात आंय।
आत्मा तो जीवन देत आय, सरीर से कछु लाभ नईंयां, जौन बातें मैं ने तुम से क ईं बे आत्मा और जीवन आंय।
सिपाहियन ने उन से कई, आज लौ कोऊ ने ऐसी बातें कभऊं नईं कईं, जैसो बो कहत आय।
और हम ने बुरय कामन हां छोड़ दओ आय, और बनके नईं चलत, और न परमेसुर के बचन में कछु मिलात आंय, अकेले सांची बातें उजागर करत आंय, और परमेसुर हां जानत भए सबरन के हिये पै अपनी बात बैठा देत आंय।
कायसे जब हम ने तुम हां बचन सुनाओ तो बो पवित्तर आत्मा के जोर में और पक्के बिसवास से हतो, और तुम हां पता आय कि हम कैसे तुमाए बीच रए।
तें पूरे हक्क से इन बातन हां समझा, और सिखा दे कि कोई तोपे उंगरिया न उठा पाबै।