27 और इलीशा आगमवकता के दिना में इस्राएल में बिलात कोढ़ी हते, पर नामान सूरयानी हां छोड़ कौनऊ और शुद्ध नईं करो गओ।
ऊने तो परमेसुर के मन्दर में पिड़के, भेंट की रोटियां खाईं, जिन हां खाबो न तो ऊके लाने और न ऊके संगियन के लाने, पर केवल याजकन के लाने सही हतो।
यीशु ने हाथ बढ़ाके ऊहां छुओ, और कई, मैं चाहत आंव, कि तें शुद्ध हो जा और बो तुरतईं साजो हो गओ।
जे बातें सुनतई जितेक जने मन्दर में हते, सबरे खुन्सया गए।
जब मैं उन के संग्गै हतो, तो मैंने तोरे ऊ नाओं से, जौन तेंने मोय दओ आय, उन की सुध लई, और नास के (शैतान) पूत हां छोड़ उन में से कोऊ नास नईं भओ, ई लाने कि पवित्र शास्त्र की बात पूरी होबै।