24 और ऊ ने कओ; मैं तुम से सांसी कैत आंव, कौनऊं आगमवकता अपने देस में मान सन्मान नईं पात।
और ऊसे लोगन हां बुरओ लगो, पर यीशु ने उन से कई, आगमवकता कौ अपने देस और अपने घर हां छोड़ और कहूं निरादर नईं होत।
ऊके बोलबे से बिलात दूसरे जनों ने सोई ऊ पै भरोसा करो।
कायसे यीशु ने खुद गवाही दई, कि अगमवकता अपने देस में मान नईं पात।
मैं यहूदी आंव, जौन किलकिया के तरसुस में जन्मो; पर ई नगर में मोरो पलबो पुसबो भओ और गमलिएल के चरनन मैं बैठ के पुरखन की रीतियन के अनसार कड़ाई से सीखो, और परमेसुर के लाने उमंग से भरो भओ हतो, जैसे आज तुम सब आव।