कि पिरभु कौ आत्मा मोपे आय, ई लाने कि ऊ ने गरीब-गुरवन हां भलो सन्देसो सुनाबे के लाने मोरो अभिषेक करो आय, और मोय ई लाने पठैओ आय, कि जौन बन्धुए आंय उन हां छुटकारे कौ और अन्धरन हां तकबे कौ भलो सन्देसो सुनाऔ और कुचले भए हां छुड़ाओं।
रीतियन और आगमवक्तन की पुस्तकन में से बोल हां पढ़बे के पाछें प्रार्थनाघर के हाकिमन ने उन के ऐंगर कहला पठैव, की हे भईया हरौ, अगर तुमाए ऐंगर लोगन के लाने कोऊ सुनाबेवारी बात होबै तो कओ।
ऐई जन हां और आगमवक्तन की बातन हां, जिनहां हरएक सब्त के दिना पढ़ो जात हतो न समझत हो, यरूशलेम के रहबेवालन और उन के हाकिमन ने ऊहां दोसी ठहराके इन बातन हां पूरो करो।
सो परमेसुर ने मों फेर के उन हां छोड़ दओ, कि आकासगण हां पूजें; जैसो कि अगमवकतन की पोथियन में लिखो आय; हे इस्राएल के घराने, का तुम हार में चालीस बरसन लौ पशुबलि और अन्नबलि मोहां चढात रए?