5 जब बे डरा गईं, और धरती कुदाऊं मों करें ठांड़ी रईं; तब उन ने उन से कओ; तुम जीयत हां मरे भयन में काय ढूंढ़ रई आव?
बा उन बातन से बिलात डरा गई, और सोचन लगी, कि जौ की भांत कौ परनाम आय?
जब बे ई बात से भौचक्की हो रईं हतीं तो तको, दो मान्स चमकीले उन्ना पैरें भए उन के ऐंगर आन के ठांड़े हो गए।
बो इते नईंया, पर जी उठो आय; सुमरन करो; ऊ ने गलील में रैत भए तुम से कओ हतो।
पर ओई हां परमेसुर ने मौत के बन्धनों से छुड़ा के जिलाओ: कायसे जौ अनहोनो हतो कि बो मौत के वस में रैतो।
धरती पै तो दसवांस लैबेवारे मान्स मर जात आंय, परन्त मलिकिसिदक के लाने कहो आय कि बो जीयत आय।
मैं मर गओ हतो, और अब हेर; मैं जुगजुग लौ जीयत आंव; और मृत्यु और अधोलोक जिते मरे भय रैत आंय ऊ की कुंजी मोरे ऐंगर आंय।
और स्मुरना की मण्डली के दूत हां ऐसो लिखो, कि, जौन पेंला और अन्तिम आय; जो मर गओ हतो और अब जी गओ आय, बो जौ कहत आय।