5 बे बिलात खुस भए, और उन ने ऊहां रुपईया देबे कौ कौल करो।
ऊ ने जाके धरम महापण्डतन और पहरेदारों के सरदारों के संग्गै बात चीत करी, कि यीशु हां कौन भांत उन के हाथ पकड़वाए।
ऊ ने मान लओ, बो मौका ढूढ़न लगो, कि जब यीशु के ऐंगर भीड़ न होय तब यीशु हां उन के हाथ पकड़वा दे।
(ऊ ने पाप की कमाई से एक खेत मोल लओ; और मूड़ के बल गिरो, और ऊकौ पेट फट गओ, और ऊ की सबरी आंतें बायरें कड़ आईं।
पतरस ने शमौन से कओ; तोरे रुपईया तोरे संग्गै नास होबें, कायसे तेंने परमेसुर कौ दान रुपईयों से मोल लेबे कौ विचार करो आय।
बे सूदी गैल हां छोड़ के भटक गए आंय, और बओर के पूत बिलाम की गैल पे चलत आंय; जीने अधरम की मजूरी हां प्यारो जानो हतो।
बे लालच में आके लबरी बातें बना हैं और तुम हां अपने फायदा कौ कारन बना हैं, दण्ड़ कौ हुकम जो उन पे पेंला से हो चुको आय, और ऊके आबे में देर नईंयां, उन कौ नास झट्टई होबेवारो आय।
उन पे श्राप पड़े, कायसे बे कैन जैसी चाल चले, और तनक से पईसन के लाने बिलाम जैसे कुटे भए, और कोरह के जैसो बिरोध करके मारे गए।