31 यीशु ने आंगू कओ, शिमौन, हे शिमौन, तक, छलिया शैतान ने तुम औरन हां मांग लओ आय कि बो गोंऊं के घांई तुम हां फटके।
फिन भजन गाबे के बाद बे पहरवा पे चले गए।
तब यीशु ने ऊसे कई; हे शैतान छलिया दूर हट जा, कायसे लिखो आय, कि तें प्रभु अपने परमेसुर हां परनाम कर, और केवल उनईं की भक्ति कर।
पिरभु ने उए उत्तर दओ, मारथा, हे मारथा; तें बिलात बातन के लाने चिन्ता सोस करत आय और घबरात आय।
और ऊ भूमि पे गिर पड़ो, और ऊ ने जौ कैत भओ सुनो, हे शाऊ ल, हे शाऊ ल, तें मोय काय सतात आय?
शैतान छलिया के लाने छोड़ दओ जाबै, कि ऊ की आत्मा यीशु के नाओं से तरन तारन पाबै।
कि शैतान छलिया को हम पै दांव न चले, कायसे हम ऊ की बातें जानत आंय।
हुसयार रओ, और जागत रओ, कायसे तुमाओ बिरोधी शैतान, गरजबे वाले नाहर घांई ई ताक में रैत आय, कि कीहां फाड़ खाबै।
फिन मैंने सरग से एक बड़ो बोल सुनो, कि अब हमाए परमेसुर को तरन तारन, और बल, और राज, और ईसा मसीह को जस दिखानो आय; कायसे जो रात दिन परमेसुर के सामूं हमाए भईयन पै दोष लगात हतो, गिरा दओ गओ।