कि तें उते रैत आय जिते शैतान छलिया कौ सिंहासन आय, पर मोरे नाओं पै बिसवास धरे रैत आय; और मोपे बिसवास करबे से उन दिना में पक्को रओ, जब मोरो सच्चो और पक्को गवाह अन्तिपास, तुमाए बीच मारो गओ।
और जब उन ने पांचवी मुहर खोली, तो मैंने वेदी के नेंचें उन मान्सन के प्रानन हां तको, जो परमेसुर के बचन हां सुनाबे, और अपने बिसवास की बातन हां सुनाबे में मारे गए हते।