बो अपने देस में आके लोगन हां उन के प्रार्थनाघरन में सन्देस देन लगो; और बे अचम्भित होकें कहन लगे; कि ई मान्स हां ऐसो ज्ञान और सक्ति के काम किते से मिले?
विश्राम के दिना ऊ प्रार्थनाघर में उपदेस करन लगो; और भौत से लोग सुनके अचम्भे में पड़ गए और कहन लगे, ईहां जे बातें कहां से आ गईं? और जौ कौन सौ ज्ञान आय जो ऊहां दओ गओ आय? और कैसे सामर्थ के काम ईके हाथन से दिखात आंय?