45 पर जब नईं मिलो, तो ढूंढ़त-ढूंढ़त यरूशलेम हां फिन लौट गए।
बे औरें जौ समज के, कि बो और यात्रियों के सग्गै हुईये, एक दिना कौ पड़ाव कड़ गए, और ऊए अपने नातेदारन और जान पैचान वारन में ढूढ़न लगे।
तीन दिना के पछारें उन ने ऊ ए गुरूजनो के मजारें बिराजो, उन की सुनत और उन से प्रश्न करत भए पाओ।