और जो भीड़ ऊके आंगू-आंगू जा रई हती और बे भी जौन ऊके पाछें निंगत आत हते, चिल्ला चिल्ला के कह रए हते, दाऊद की सन्तान हां होशन्ना; धन्य आय बो जो पिरभू के नाओं से आत आय, आकास में होशन्ना।
फिन मैंने सरग में, और धरती पै, और धरती के नेंचें, और समन्दर के भीतर की सबरी बस्तन, और जो कछु उन में आय, ऐसो कैत सुनो, कि जौन सिंहासन पै बिराजो आय, ऊ को और मेमने कौ धन्नबाद, मान और राज हमेसा रैबे।