32 लूत की घरईया हां सुमरन करो।
एैसो भओ कि जब उनोंरन ने उनहों बायरें काड़ो, तब कई, “अपने प्रान बचाकें गदबद लगा; पाछें कुदाऊं नें तकियो, और तराई भर में नें ठैरियो; ऊ पहड़वा पै भग जईयो, नईं तौ तें भी भसम हो जैहै।”
लूत की बईयर ने जो ऊके पाछें हती पलटकें पाछें कुदाऊं हेरो, और बा नोंन कौ खम्बा बन गई।
जौन कोई अपनो प्रान बचाबो चाए बो ऊहां हिरा दै है, और जौन कोई अपनो प्रान हिरा दै है बो ऊहां बचा है।