पर जब बो चाकर बायरें कड़ो, तो ऊके संगी चाकरन में से एक ऊहां मिलो, जौन ऊको सौ दीनार कौ कर्जदार हतो; ऊने ऊहां पकड़ो और ऊकौ गला दबा के कई; मोरो करजा चुका दे।
मालक ने ऊ अधरमी भण्डारी हां सराहो कि ऊ ने चतुराई से काम करो आय; कायसे ई संसार के मान्स अपनी बेरा के मान्सन के संग्गै रीत व्यवहारों में ज्योत के मान्सन से ज्यादा चतुर आंय।