5 तब ऊ ने अपने मालक के दैनदारन हां एक एक कर के बुलाओ और पैले से पूंछो, कि तो पे मोरे मालक कौ कितेक कर्जा आय?
जब बो हिसाब लैन लगो, तो ऊके सामूं एक मान्स लाओ गओ, जीपे दस हजार तोड़े कौ करजा हतो।
पर जब बो चाकर बायरें कड़ो, तो ऊके संगी चाकरन में से एक ऊहां मिलो, जौन ऊको सौ दीनार कौ कर्जदार हतो; ऊने ऊहां पकड़ो और ऊकौ गला दबा के कई; मोरो करजा चुका दे।
और जैसे हम ने अपने अपराधियन हां क्षमा करो आय, वैसई तें हमाए अपराधन हां क्षमा कर।
मैं समज गओ, कि का कर हों: जीसे जब मैं भण्डारी के काम से छुड़ाओ जांओं तो मान्स मोय अपने घरों में ले लेबें।
ऊ ने कओ, सौ मन तेल; तब भण्डारी ने ऊसे कओ, अपनो खाता बही ले और बैठ के पचास लिख दे।