20 और लाजर नाओं कौ एक कंगाल जिए कुल्ल घाव हते धनी के दोरे पे छोड़ दओ जात हतो।
जब बो बायरें ड्योढ़ी में गओ, तो एक और चाकरनी ने ऊहां हेर के जौन उते हते उन से कई; जौ भी तो नासरत के यीशु के संग्गै हतो।
एक धनी मान्स हतो जौन रेशम और मलमल कौ उन्ना पैरत और रोज सुख विलास और धूम धाम से रैत हतो।
और लाजर चाहत हतो, कि धनी की मेज से जौन जूठन गिरे ऊसे ऊकौ पेट भरै; कूकर सोई लाजर लौ आके ऊके घाव चाटत हते।
मरियम और ऊ की बहिन मरथा के गांव बैतनिय्याह कौ लाजर नाओं कौ एक मान्स बीमार हतो।
और मान्स एक जन्म के लंगड़ा हां ला रए हते, जीहां बे रोजीना मन्दर के ऊ दोरे पे जौन सुन्दर कहात आय, बैठा देत हते, कि ऊ मन्दर में जाबेवारन से भीख मांगे।
दीन भाई अपने बड़े पद पे घमण्ड करे।
हे मोरे प्यारे भईया हरौ, सुनो; का परमेसुर ने ई संसार के गरीबन हां नईं नबेरो, कि बे बिसवास में धनी और ऊ राज के हाकम होबें, जी कौ कौल उन ने अपने प्रेम करबे वारन से करो आय?