10 जौन तनक से तनक में सांचो आय, ऊ बिलात में सोई सांचो आय: और जौन तनक से तनक में अधरमी आय, ऊ बिलात में सोई अधरमी आय।
ऐसो भरोसे वारो और समझदार चाकर को आय, जीहां ऊको मालक चाकरन के ऊपरै हाकिम धरै, कि सही बेरा पे उन हां खाबे हां दे।
ऊके मालक ने ऊसे कई, हे भले और भरोसेमन्द चाकर, तें तनक में भरोसेमन्द रओ; मैं तोय बिलात बस्तन कौ हाकिम बना हों अपने मालक की खुसी में सामिल हो।
मालक ने ऊ चाकर से कओ; धन्न आय हे भौतई साजे चाकर, तें तनक में बिसवासी कड़ो अब दस नगरों पे अधकारी हो जा।
ऊ ने जा ई लाने नईं कई, कि ऊहां कंगालन की चिन्ता हती, परन्त ई लाने कि बो भड़या हतो और ऊके ऐंगर रुपईयन कौ थैला रैत हतो, और जौन कछु ऊ में डालो जात हतो, बो ऊहां निकाल लेत हतो।
और खाबे की बेरा, जब शैतान पेंलईं से शमौन के पूत यहूदा इस्करियोती के मन में जौ डाल चुको हतो, कि बो ऊहां दगा से पकड़वाबै।
और टुकड़ा लेतई शैतान ऊ में समा गओ, तब यीशु ने ऊसे कई, जो तोहां करने आय, तुरतईं कर।
जीने उनहां पठैव हतो उनकी कही करी, जैसे मूसा ने अपने सबरे वंस के मान्सन की सेवा करी।