7 मैं तुम से कैत आंव; ऐई भांत एक हिया फेरबेवारे अधरमी के लाने सोई सरग में इतनी खुसी होत आय, जितनो के निन्नानबे ऐसे धरमियन के लाने नईं होत, जिन हां हिया फेरबे की जरूरत नईंयां।
और अगर ऐसो होबै, कि बो ऊहां पाए, तो मैं तुम से सांची कहत आंव, कि बो ऊन निन्नानबे गाड़रों के लाने जौन हिरानी नईं हतीं बिलात खुस नईं हुईये, जितनो कि ई गाड़र के लाने हुईये।
ऊ ने बाप हां उत्तर दओ, कि तक; मैं इतने बरसन से तोरी सेवा कर रओ आंव, और कभऊं तोरो हुकम नईं टालो, तौ भी तेंने मोय एक बकरी को बच्चा लौ न दओ, कि मैं दोस्तन के संग्गै खुसी मनातो।
या कौन ऐसी बईयर हुईये, जीके ऐंगर दस सिक्के होबें, और उन में से एक हिरा जाबै; तो बो दिया बार के और घर झाड़ बुहार के जब लौ हिरानो भओ सिक्का मिल न जाबे, ढूंढ़त न रैबे?
यीशु ने उन से कओ; तुम तो मान्सन के सामूं अपने आप हां धरमी ठैरात आव: पर परमेसुर तुमाए हिया हां जानत आय, कायसे जौन बस्त मान्सन के लेखे जसवारी आय, बो परमेसुर के लेखे ओछी आय।