6 और घर में आके मित्रों और पड़ोसियन हां जोड़ के कैत आय, मोरे संग्गै खुसी मनाओ, कायसे मोरी हिरानी भई गाड़र मिल गई आय।
ऊके पड़ोसियों और नातेदारन ने जब जौ सुनो, कि पिरभु ने ऊ पे बड़ी किरपा करी आय, तो उन ने ऊके संग्गै खुसी मनाई।
मैं तुम से कैत आंव; कि ऐई भांत से एक हिया फेरबेवारे अधरमी के विषय में परमेसुर के सरगदूतन के सामूं खुसी मनाई जात आय।
कायसे मोरो जौ पूत मर गओ हतो, फिन जी गओ आय: हिरा गओ हतो, अब मिल गओ आय: और बे खुसी मनाऊन लगे।
और जब ऊहां मिल जात आय, तब बो बड़ी खुसी से ऊ गाड़र हां कन्धा पे उठा लेत आय।
मैं तुम से कैत आंव; ऐई भांत एक हिया फेरबेवारे अधरमी के लाने सोई सरग में इतनी खुसी होत आय, जितनो के निन्नानबे ऐसे धरमियन के लाने नईं होत, जिन हां हिया फेरबे की जरूरत नईंयां।
जौन हुकम मैं तुम हां देत आंव, अगर ऊहां मानो, तो तुम मोरे चेला कहा हौ।
दूल्हा ओई आय, जीकी दुल्हन आय, पर दूल्हे कौ संग्गी जौन ठांड़ो भओ ऊ की सुनत आय, दूल्हा कौ ऐरो सुनके मन में खुस होत आय; और ऐई तरहां मोरी खुसी पूरी भई आय।
ऊ ने उते पोंच के, परमेसुर के अनुग्रह हां हेरो तो बो खुस भओ; और उन सबई हां हिम्मत देन लगो कि बे पूरे मन से प्रभु के भरोसे में बने रएं।
ई लाने मण्डली से विदा लैके बे फीनीके और सामरिया होत भए, गैर यहूदियन के मन बदलबे कौ पूरो सन्देसो सुना सुना के बिलात खुसी मना रए हते।
और तुमाए काजें बिन्तवारी करत आंव, तो मन से करत आंव।
तुमाए बिसवास जीमें तुम ने दुख उठाओ और मारे गए ऊके संग्गै मोहां मरने पड़ो तो मोहां आनन्द हुईये।
ईसे भईया हरौ, जिन पै मोरो जी लगो रैत आय, जिन हां मैं चाहत आंव और मोरी लालसा आय, कि बे मोरी खुसी आय, और मोरी चाहना आय, कि तुम पिरभू में पक्के बने रओ।
सो जब पिरभू यीशु मसीह फिन के आहै तो हमाई आसा और खुसी जैसो मुकुट का तुम न हुईयो?
तुम पेंला तो कछु न हते, पर अब परमेसुर की परजा आव; तुम पे दया न भई हती परन्त अब तुम पे दया भई आय।
कायसे तुम पेंला हिरानी भई गाड़रन घांई हते, पर अब अपने प्रानो के रखनवारे और परधान के ऐगर फिन आ गए आव।