32 अब खुसी मनाबो और मगन होबो चईये, कायसे जौ तोरो भाई मर गओ हतो फिन जी गओ आय; हिरा गओ हतो, अब मिल गओ आय।
हेरो, तुम इन हल्के में से कोऊहां नीचो न जानियो; कायसे मैं तुम से कहत आंव, कि सरग में उन के दूत मोरे बाप कौ मों सदा हेरत आंय।
कायसे मोरो जौ पूत मर गओ हतो, फिन जी गओ आय: हिरा गओ हतो, अब मिल गओ आय: और बे खुसी मनाऊन लगे।
ऊ ने ऊसे कओ; बेटा, तें हमेसा मोरे संग्गै आय; और जौन कछु मोरो आय बो सब तोरो आय।
मान्स कौ पूत खात-पियत आओ आय; और तुम कैत आव, तको, पेटू और पियक्कड़ मान्स, चुंगी लेबेवारों कौ और अधर्मियन कौ मीत।
कायसे जब उन कौ त्याग दओ जाबो संसार के मिलाप कौ काज भओ, तो का उन को अपनाओ जाबो मरे भयन में से जी उठबे के बिरोबर न हुईये?
हम जानत आंय, कि नैम व्यवस्था जो कछु कैत आय उनईं से कैत आय, जौन नैम व्यवस्था के मानबेवारे आंय: ई लाने के सबरन के मों बन्द करे जाबें, और सबरो संसार परमेसुर के दण्ड के जोग ठैरे।
बिलकुल नईं, बलकी परमेसुर सांचो और सबरे मान्स लबरे ठैरें, जैसो लिखो आय, जीसे तें अपनी बातन में धरमी ठैरे और न्याय करत समय तें जय पाए।