3 ई पे यीशु ने व्यवस्था पण्डत और धरम पण्डतन से कओ; का सब्त के दिना साजो करबो सई आय, कि नईं पर बे औरें चिमाने रए।
और हेरो, उते सूखे हाथ वारो एक मान्स हतो; और उन ने यीशु पे लांछन लगाबे के लाने ऊसे पूछो, कि का सब्त के दिना साजो करबो सही आय?
फरीसियन ने जौ हेरो तो ऊसे कई, तक, तोरे चेला बो काम कर रए आंय, जो सब्त के दिना करबो सही नईंयां।
और उन में से एक जौन मुखिया हतो परखबे के लाने, ऊसे सवाल करो।
और उनसे कओ; काय विश्राम के दिना भलौ करबो उचित आय कि बुरओ करबो, प्रान हां बचाबो कि मारबो? लेकिन बे चुप्प रए।
और तको, एक मान्स ऊके सामूं हतो, जिए जलन्धर कौ रोग हतो।
तब यीशु ने ऊहां छूके साजो करो, और जाने दओ।
यीशु ने उन से कओ; मैं तुम से पूंछत आंव कि सब्त के दिना का सई आय, भलो करबो या बुरो करबो; प्रान हां बचाबो या नास करबो?
ई लाने सब्त के दिना मान्स कौ खतना करो जात आय, कि मूसा की रीत कौ उलंघन न होबै, ई लाने मैंने सब्त के दिना एक मान्स हां साजो कर दओ, तुम मोपै काय खुनसियात हौ?