20 एक और ने कओ; मैं ने ब्याओ करो आय, ई लाने मैं नईं आ सकत।
परन्त ब्याओवारो जनो संसार की बातन के सोच में रैत आय, कि अपनी घरवारी हां कौन भांत से खुस राखै।
दूसरे ने कओ, मैं ने पांच जोड़ी बैल मोल लए आंय; और मोय उन हां परखबे जाने आय: मैं तोसे बिन्ती करत आंव, मोय छिमा करा दे।
ऊ चाकर ने घर लौट के जे बातें अपने मालक हां कै सुनाईं, तब घर के मालक ने खुन्स में आके अपने चाकर से कओ, नगर के बाजारों और गलियों में जाके फुर्तीं से, कगालों, टुन्डों, लगड़ों, और अंधरन हां इतै ले आ।