हे लड़को, मैं और तनक देर तुमाए संग्गै आंव, फिन तुम मोय ढूंढ़ हौ, और जैसो मैंने यहूदियन से कई, तुम से सोई कैत आंव, कि जिते मैं जाबेवालो आंव, उतै तुम नईं आ पा हौ।
(बे पानू के हिलबे की बाट हेरत हते, कायसे प्रभु के सरगदूत, कोई खास बेरा पे कुण्ड में उतर के पानू हां हिलात हते, पानू के हिलतई जौन भी पेंला उतर जात हतो, बो चाए कोई सी बीमारी से बीमार काय न होबै, साजो हो जात हतो।)
ऊ रोटी के लाने मेहनत नईं करो जौन नास हो जात आय, परन्त ऊ रोटी के लाने जौन अनन्त जीवन लौ बनी रहत आय, जीहां मान्स कौ पूत तुम हां दै है, कायसे बाप यानि परमेसुर ने ओई पे अपनी छाप लगाई आय।