52 हाय तुम व्यवस्था पण्डतों पे! कि तुम ने समज ज्ञान की कुंजी तो ले लई, पर तुम खुद ऊ में अन्दर न गए, और जाबेवारन हां सोई रोक दओ।
और उन में से एक जौन मुखिया हतो परखबे के लाने, ऊसे सवाल करो।
हे कपटी शास्त्रियो और फरीसियो तुम पे श्राप! कायसे तुम मान्सन के विरोध में सरग के राज्य कौ द्वार बन्द कर देत आव, तुम न तो खुद जात आव और न जाबे वारन हां भीतर जान देत आव।
जब बो उते से कड़ो, तो शास्त्री और फरीसी कछु पांछू पड़ गए और छेड़न लगे, कि बो बिलात बातें करे।
तब उन ने ऊ की बात मान लई; और प्रेरितन हां बुला के पिटवाओ; और जौ हुकम देके छोड़ दओ, कि यीशु के नाओं से फिन कोई बात न करियो।