31 दक्खिन की रानी न्याय के दिना इन दिना के मान्सन के विरोध में उठ के, उन हां दोषी ठैरा है, कायसे बा सुलैमान को ज्ञान सुनबे हां धरती के छोर से आई, और तको, इते बो आय जौन सुलैमान से भी बड़ो आय।
न्याव के दिना, दक्खिन की रानी, ई पीढ़ी के लोगन के संग्गै ठांड़ी हुईये और इन हां पापी ठहरा है, कायसे बो सुलैमान कौ ज्ञान सुनबे हां धरती के छोर से आई, और तको, इते बो आय, जौन सुलैमान से भी बढ़के आय।
और जौन मान्स जाति के कारन बिन खतना के रओ, जदि बो नैम व्यवस्था हां पूरो करै, तो का तोय जौन लिखित नैम व्यवस्था आय और खतना करे जाबे पे लौ नैम व्यवस्था हां नई मानत आय, तोहां दोसी न ठैरा है?
बिसवास धर के नूह ने जौन बात ऊ बेरा न दिखात हती, जब कहो गओ तो साजे मन से अपने घर के लोगन हां बचाबे हां एक बड़ी नाव बनाई, और संसार के दूसरे जनों पै न्याय आ गओ और बे डूब मरे; और नूह हां अपने बिसवास से आसीस मिली।