जब दुष्टात्मा मान्स में से कड़ जात आय तो सूखी जांगा में आराम ढूंढ़त फिरत आय; और जब नईं पात तो कैत आय; कि मैं अपने ओई घर में जां से कड़ी हती लौट जै हों।
तब बो जाके अपने से भी बुरई और सात आत्माओं हां अपने संग्गै ले आत आय, और बे ऊ में पिड़ के बस जात आंय, और ऊ मान्स की बाद की दसा पेंला से भी बुरई हो जात आय।