38 फिन जब बे चले जात हते, तो बो एक गांव में गओ, और मारथा नाओं एक बईयर ने यीशु हां अपने घर में ठैराओ।
ऊ ने कओ, ओई जी ने ऊ पे तरस खाओ: यीशु ने ऊसे कओ, जा, तें सोई ऐसई कर।
पर मारथा सेवा करत करत घबरा गई और यीशु के ऐंगर आके बोली; हे पिरभु, का तोय कछु परवाह नईंयां कि मोरी बहन ने मोहां सेवा करबे हां अकेलो छोड़ दओ आय? ऊसे कै, कि मोरी मदद करे।
पिरभु ने उए उत्तर दओ, मारथा, हे मारथा; तें बिलात बातन के लाने चिन्ता सोस करत आय और घबरात आय।
जब ऊ ने और ऊके घर बारन ने बपतिस्मा लओ, तो हम से बिनती करी, अगर तुम मोय परमेसुर की बिसवासिनी मानत आव, तो आके मोरे घरै ठहरो; और बा हमें मनाकर ले गई।
और यासोन ने उनहां अपने इते ठहराओ आय, और बे सबरे के सबरे कैसर के हुकम कौ जौ कहके बिरोध करत आंय, की यीशु राजा आय।
कोई तुम लौ आबै, और जा सीख न देबे, तो ऊहां अपने घर में न आन दईयो, और न नमस्कार करियो।