31 तक, तें गरभवती हुईये, और तोरे एक बेटा हुईये; और तें ऊ को नाओं यीशु धरियो।
बो पूत हां जन्म दै है और तें ऊकौ नाओं यीशु धरियो; कायसे बे अपने लोगन हां उन के पापन से छुड़ै है।
कि हेरो, एक कुंवारी गरभ से हुईये बो एक पूत हा जन्म दै है और ऊको नाओं इम्मानुएल धरो जै है, जीको मतलब आय “परमेसुर हमाए संग्गै”।
मरियम के ऐंगर जब लौ नईं गओ, जब लौ बो पूत हां नईं जनी: और यूसुफ ने ऊको नाओं यीशु धरो।
तब सरगदूत ने ऊसे कई हे जकरयाह, न डरा कायसे तोरी बिन्तवाई सुन लई गई आय और तोरी घरवाली इलीशिबा से तोरे लाने एक लड़का जन्म लै है, और तें ऊकौ नाओं यूहन्ना धरियो।
जी की लगुन यूसुफ नाओं के दाऊद के वंस के एक मान्स से भई हती: ऊ कुंवारी कौ नाओं मरियम हतो।
जब आठ दिना पूरे भए, और ऊके खतने कौ टैम आओ, तो ऊकौ नाओं यीशु धरो गओ, जौन सरगदूत ने ऊके पेट में आबे के पेंला कओ हतो।
दाऊद तो उए पिरभु कैत आय; तो फिन बो ऊकौ मौड़ा कौन भांत ठैरो।
अकेले जब समय पूरो भओ, तो परमेसुर ने अपने पुत्र हां पठैओ, जो स्त्री से जन्मो, और नैम के आधीन भओ।