उनोंरन ने आपस में कई, “पक्कौ हमोंरें अपने भईया के बारे में दोसी आंय, कायसे जब ऊने हमसें गिड़गिड़ाकें बिनती करी, तब भी हमने जौ हेरकें कि ऊकौ जीवन कैसे संकट में पड़ो आय, ऊकी नें सुनी; ऐई कारन हम सोई अब ई संकट में पड़े आंय।”
कि जब मोहों लूट में शिनार देस कौ एक नोंनो ओढ़ना, और दो सौ शेकेल चांदी, और पचास शेकेल सोने की एक ईंट देखी हती, तब मैंने उनकौ लालच करके उनहों रख लओ, बे मोरे डेरे के भीतर धरती में गड़े आंय, और सबके खालें चांदी आय।”