उनसे कओ, तुम जानत आव, कि दूसरी जात वारन की संगत करबो या उन के इते जाबो यहूदी के लाने अधर्म आय, पर परमेसुर ने मोय बताओ आय, कि कोई मान्स हां अपवित्र या अशुद्ध न कहों।
बिसवास धर के नूह ने जौन बात ऊ बेरा न दिखात हती, जब कहो गओ तो साजे मन से अपने घर के लोगन हां बचाबे हां एक बड़ी नाव बनाई, और संसार के दूसरे जनों पै न्याय आ गओ और बे डूब मरे; और नूह हां अपने बिसवास से आसीस मिली।
सुन, जब हमोंरें ई देस में आहें, तब जौन जंगला सें तेंने हम हों उतारो आय ऊमें जाई लाल रंग के सूत की डोरी बांध दईयो; और अपने मताई-बाप, भइयों, बल्कि अपने बाप के सबरे घराने हों ऐई घर में अपने लिगां इकट्ठो करके रखियो।